शराबUpinder WaraichSeptember 8, 2024Hindi Shayari, Poetry आज उसी ने हाथ से लिख कर ख़त, किसी के हाथ भेजा है, शराब छोड़ दो, जिसने हाथ छुड़ाकर हाथ में गिलास दिया है… उपिंदर वडैच Spread the love Previous Post ਨਜ਼ਰ Next Post ਸੁਫ਼ਨੇ