पर्दाUpinder WaraichSeptember 10, 2024Hindi Shayari, Poetry उसकी अम्मी को कहते सुना, हमारी बेटी परदे में रहती है, हम खिड़की देखते रहे, वो सामने बैठी रही… उपिंदर वडैच Spread the love Previous Post ਸੁਫ਼ਨੇ Next Post ਦਾਅਵਤ ਤੇਰੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਦੀ